हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "वसाएल अलशिया" पुस्तक से लिया गया है इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:
:قال امام صادق علیه السلام
مَن جَلَسَ مَجلِساً یُحیی فیهِ أمرُنا، لَم یَمُت قَلبُهُ یَومَ تَموتُ القُلوبُ.
हज़रत इमाम जाफर सादिक अलैहिस्सलाम ने फरमाया:
जो आदमी ऐसी मजलिस में शिरकत करें जहाँ हमारे (अहले बैत अ.स.) का ज़िक्र जीवित किया जाता है उसका दिल उस दिन मुर्दा नहीं होगा जिस दिन सभी के दिल मुर्दा हो जाएँगे।
वसाएल अलशिया,भाग 44,पेंज 278
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